कोरोना का नया वैरिएंट XBB वैक्सीन लगवाने वालों को भी नहीं छोड़ रहा, जानें- क्या हैं इसके लक्षण

कोरोना का नया वैरिएंट XBB वैक्सीन लगवाने वालों को भी नहीं छोड़ रहा, जानें- क्या हैं इसके लक्षण

अमेरिका में तबाही मचा रहा कोरोना वायरस के XBB.1.5 वैरिएंट के मामले भारत में भी बढ़ रहे हैं. कोरोना के इस वैरिएंट को अभी तक का सबसे ज्‍यादा संक्रामक माना जा रहा है. यह ओमिक्रॉन का ही एक सब वैरिएंट है जो इंसान की इम्युनिटी से आसानी से बच निकलने में सक्षम है.

पूरी दुनिया में अन्य वेरिएंट्स की तुलना में कोरोना का नया XBB.1.5 वेरिएंट ज्यादा चिंता बढ़ा रहा है. वैक्सिनेटेड लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, अमेरिका में कोविड 19 के 40 प्रतिशत से अधिक मामले कोरोना के ओमिक्रॉन XBB.1.5 वैरिएंट के कारण हो रहे है.

Indian SARS-CoV-2 Consortium on Genomics (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में कोरोना के प्रकोप के लिए जिम्मेदार यह वैरिएंट भारत में फैल रहा है .INSACOG के आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों के अंदर इस वैरिएंट के अलग-अलग शहरों में करीब 26 केस मिल चुके हैं.

महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने ट्विटर पर बताया कि यह नया वैरिएंट बीक्यू और एक्सबीबी की तुलना में अधिक बेहतर तरीके से प्रतिरक्षा का सामना कर सकता है. कई मॉडल से पता चलता है कि XBB 1.5 वैरिएंट पिछले वेरिएंट की तुलना में ट्रांसमिशन और इन्फेक्शन रेट के मामले में बहुत खतरनाक है. वहीं, भारत में इसके कई केस सामने आने के बाद से चिंताएं बढ़ गई हैं.

मिनेसोटा विश्वविद्यालय के एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइकल ओस्टरहोम ने रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ”विडंबना यह है कि दुनिया अभी जिस सबसे सबसे खराब वैरिएंट का सामना कर रही है, वह वास्तव में XBB है.”

क्या बला है ये XXB.1.5 वैरिएंट ?
XXB.1.5 कोरोनावायरस का एक सब वैरिएंट है और यह अमेरिका में फैले कोरोना के 40 प्रतिशत केसों के लिए जिम्मेदार है. कई

रिसर्च में ये पता चला है कि XXB.1.5 पिछले वैरिएंट्स की तुलना में काफी तेजी से संक्रमण फैलाता है.सरल शब्दों में कहें तो XBB और XBB.1.5 दोनों BA.2 का रिकॉम्बिनेंट (दो अलग-अलग वैरिएंट के जीन्स से मिलकर बनने वाला वायरस) हैं. वायरोलॉजिस्ट जी कांग के अनुसार, XXB उन सभी ओमिक्रॉन सबवैरिएंट्स की तरह है.

जो लोगों को तेजी से संक्रमित करते हैं क्योंकि ये प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने में सक्षम हैं.

महामारी वैज्ञानिक ने कहा कि XXB.1.5 संभवता एक अमेरिकी मूल का रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट है जो पुराने XBB की तुलना में 96 प्रतिशत तेज है. यह अक्टूबर में न्यूयॉर्क क्षेत्र में सबसे पहले सामने आया था जिसके बाद से

ही यह अमेरिका के लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है.

XBB.1.5 वेरिएंट के लक्षण
अमेरिका में कहर बरपा रहा कोरोना का XXB.1.5 वेरिएंट एक रिकॉम्बिनेशन

वेरिएंट से अलग करते हैं.

-इनमें सबसे पहला फैक्टर है कि यह अभी तक सामने आए वैरिएंट की तुलना में अधिक तेजी और बेहतर तरीके से इम्युनिटी से बच निकलने मे

सक्षम है.

-यह आसानी से मानव कोशिकाओं में प्रवेश कर सकता है और आक्रमण करने के मामले में भी बाकी वैरिएंट्स से अच्छा और तेज है.

-यह पुराने XBB या BQ

की तुलना में बहुत तेजी से फैलता है.

-यह जहां भी प्रभावी है, वहां मरीजों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है.

-पुराने वुहान 1.0 या ओमीक्रोन पर असरदार टीके इस वैरिएंट पर भी काम करेंगे, इसे लेकर संशय है.

Anju Kunwar

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