शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने डेंगू रोग की रोकथाम के लिए निकाय स्तर पर की गई कार्यवाही को लेकर समीक्षा की।
इस दौरान डा. अग्रवाल ने ‘नो संडे नो हॉलीडे’ को लेकर उच्चाधिकारियों से सप्ताह में तीन दिन में इसकी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।
विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में डा. अग्रवाल ने उच्चाधिकारियों से डेंगू की रोकथाम को लेकर जानकारियां जुटाई। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों के 41 निकायों में 791 वार्ड है, जिनमें 664 वार्डों में फॉगिंग की गई है, जबकि 694 वार्डों के नालों में सफाई की गई है। उन्होंने बताया कि 768 वार्डों में जागरूकता अभियान चलाया गया है।
शहरी विकास के निदेशक नितिन भदौरिया ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों के 41 निकायों में 238 मलिन बस्तियां है, जिसमें 210 में फॉगिंग की गई है, जबकि सभी नालों में सफाई की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में छह हजार लीटर दवा छिड़काव किया गया है।
विभागीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि डेंगू के लार्वा को किसी भी कीमत में खत्म करने के लिए निकाय स्तर पर तैनात अतिरिक्त पर्यावरण मित्रों को लगाया जाए। उन्होंने कहा कि सप्ताह में तीन बार इसकी मॉनिटरिंग की जाएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ भी समन्वय स्थापित करें, जिससे डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाये जा सकें।
विभागीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि डेंगू रोग की रोकथाम के लिए निकायों में सघन अभियान के साथ प्रचार-प्रसार की गतिविधियां बढ़ाई जाएं। इसके लिए सोशल मीडिया को हथियार के रूप में प्रयोग में लाएं। साथ ही नुक्कड़ नाटक, होर्डिंग्स, रेडियो जिंगल, कूड़ा वाहनों में संदेशात्मक ऑडियों प्रसारित की जाएं।
इस मौके पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, शहरी विकास के निदेशक नितिन भदौरिया, अपर निदेशक अशोक पांडेय, नगर आयुक्त मनुज गोयल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।