देहरादून: सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं को परखने के लिये विभागीय उच्चाधिकारी मैदान में उतरेंगे। इस संबंध में विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिये हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जनपदों में जाकर स्थानीय लोगों से जनसंवाद स्थापित करेंगे और उन्हें केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देंगे। इसके अलावा वह राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक केन्द्रों एवं वैलनेस सेंटरों का निरीक्षण कर तमाम सुविधाओं की जानकारी इकट्ठा कर विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेंगे।
प्रदेश में आम लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से शासन से लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय के उच्चाधिकारी विभिन्न जनपदों के भ्रमण पर जायेंगे। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस सबंध में पत्र जारी कर सचिव से लेकर महानिदेशक व निदेशक स्तर के अधिकारियों को आगामी 05 अक्टूबर से 05 नवम्बर 2023 तक एक माह विभिन्न जनपदों का भ्रमण कर वास्तविक स्थिति परखने के निर्देश दिये हैं। अपने भ्रमण के दौरान विभागीय अधिकारी समस्त जिला अस्पतालों, उप जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 5-5 वैलनेस सेंटरों में जाकर अवस्थापना सुविधाओं, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों, औषधियों एवं विभिन्न संवर्गों में कार्यरत कार्मियों की स्थिति का अवलोकन करेंगे। इसके साथ ही अधिकारी स्थानीय जनता से संवाद स्थापित कर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी देंगे साथ ही उनसे योजनाओं का फीडबैक भी लेंगे। इस दौरान विभागीय अधिकारी आयुष्मान कार्ड एवं आभा आईडी बनाने के लिये आम लोगों को प्रेरित करेंगे साथ ही टीबी मुक्त उत्तराखंड की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अब तक किये गये प्रयासों की भी जानकारी देंगे। इसके साथ ही निःक्षय मित्रों से संवाद कर इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु उनके सुझाव भी प्राप्त करेंगे। जनपद भ्रमण के उपरांत सभी अधिकारी उपरोक्त बिन्दुओं सहित सिकल सेल अनीमिया एवं एनएचएम के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण कर तय समय सीमा के अंतर्गत अपनी विस्तृत रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेंगे ताकि माह नवम्बर में प्रस्तावित स्वास्थ्य चिंतन शिविर में सभी पहलुओं पर गहन मंथन किया जा सके और राज्य को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सके।