ऋषिकेश- महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि इगास का पर्व उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं का प्रतीक है। यह पर्व पूर्वजों की संस्कृति एवं परंपराओं को जीवंत करता है।
उक्त विचार महापौर ने मंगलवार की दोपहर अपने कैंप कार्यालय में कल बापूग्राम( बीस बीघा ) में आयोजित होने वाले लोकहपर्व इगास की तैयारी बैठक में व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि कल ग्रामीण क्षेत्र में उत्तराखंड की महान संस्कृति के विविध रंग देखने को मिलेंगे। जहां एक ओर पारम्परिक व्यंजन परोसें जायेंगे वहीं दूसरी ओर भैलो खेलने के साथ गढ़ संस्कृति के कार्यक्रमों की भी धूम रहेगी। महापौर ने कहा कि हमें अपने लोकपर्व संरक्षित रखने की आवश्यकता है। हमारे लोकपर्व एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत सामाजिक जीवन में जीवंतता प्रदान करने का कार्य करते हैं।इस दौरान पंकज शर्मा, रामकिशन अग्रवाल, अनीता रैना,अनिल ध्यानी ,संदीप शास्त्री, राजकुमारी जुगलान, रमेश अरोड़ा, अजय कालड़ा, विवेक गोस्वामी, शैलेंद्र रस्तोगी ,सुजीत यादव, विजयलक्ष्मी भट्ट, भूपेंद्र राणा, किरण, रोमा सहगल, गौरव सहगल ,अक्षय खेरवाल, परीक्षित मेहरा आदि मोजूद रहेे।