गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार का भव्य समापन

हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का रविवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, नैनो तकनीक संस्थान पंजाब के निदेशक डॉ. आकाशदीप ने आधुनिक विज्ञान में नैनो तकनीक के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज वैज्ञानिक उपकरण और औषधियां नैनो पार्टिकल्स के रूप में अधिक किफायती और प्रभावी तरीके से उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने छात्रों को आह्वान किया कि भारत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध औषधीय पौधों का उपयोग कर नैनो औषधीय उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं, जो वैश्विक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं।

विशिष्ट अतिथि, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि आयुर्वेद एक वैज्ञानिक ग्रंथ है, जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने आधुनिक वैज्ञानिक विधियों और उपकरणों के साथ समन्वय कर आयुर्वेद के सिद्धांतों के पुनः प्रयोग पर बल दिया।

सम्मानित अतिथि, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है, और फार्मा क्षेत्र देश की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने विषयों के मूल सिद्धांतों को व्यवहार में उतारें और नवाचार को अपनाएं।

सेमिनार में पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के भेषज विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. राजकुमार ने कैंसर के प्राकृतिक उपचार पर व्याख्यान दिया, जबकि दिल्ली भेषज विज्ञान एवं शोध विश्वविद्यालय के प्रो. प्रबोध चंद्र शर्मा ने इम्यूनिटी वर्धक औषधीय पौधों के अनुप्रयोग पर विस्तृत चर्चा की।

आयोजक सचिव डॉ. विपिन कुमार ने जानकारी दी कि इस दो दिवसीय सेमिनार में देशभर के 14 विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस दौरान 100 से अधिक शोध पत्र मौखिक और पोस्टर सत्रों के माध्यम से प्रस्तुत किए गए, साथ ही विभिन्न प्रतिष्ठित फार्मेसी विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों द्वारा 12 से अधिक आमंत्रित व्याख्यान भी आयोजित किए गए।

सेमिनार का आयोजन भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, क्रिस्टल वर्ल्ड, बालाजी बुक डिस्ट्रीब्यूटर्स, रुद्र एंटरप्राइजेज हरिद्वार और अंबिका साइंटिफिक हरिद्वार के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अश्वनी कुमार ने किया।

सेमिनार के अंत में शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। मौखिक प्रस्तुति वर्ग में रामीश कॉलेज की संजना और गढ़वाल विश्वविद्यालय की राजश्री ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान एआईआईएमटी मेरठ की फरहीन और गुरुकुल की सुष्मिता प्रमाणिक को मिला। तृतीय स्थान राहुल कुमार और डॉ. मिथिलेश (गढ़वाल विश्वविद्यालय) ने प्राप्त किया।

पोस्टर वर्ग में शिखा शर्मा को प्रथम, आंचल पंवार (हरिहर कॉलेज) को द्वितीय और गुरुकुल के अमित मिश्रा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। वहीं, ऑनलाइन शोध पत्र प्रस्तुति में गुरुकुल और मेरठ विश्वविद्यालय के विशाखा और अजय ने प्रथम तथा गुरुकुल की महिमा ने द्वितीय स्थान अर्जित किया।

समापन अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक एल.पी. पुरोहित, डॉ. कपिल कुमार, डॉ. सत्येंद्र राजपूत, गोयल विनोद नौटियाल, डॉ. प्रिंस प्रशांत शर्मा, बलवंत सिंह रावत, दीपक नेगी, रवि प्रताप, रविंद्र कंबोज सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

Team Tunwala.com

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