देहरादून, 15 मई 2025/ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को ‘मुख्य सेवक संवाद’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेशभर से आए युवक व महिला मंगल दलों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया। मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित इस संवाद में मुख्यमंत्री ने मंगल दलों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें प्रोत्साहन राशि बढ़ाने से लेकर आत्मनिर्भरता और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने वाली योजनाएं शामिल हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि युवक व महिला मंगल दलों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को ₹4,000 से बढ़ाकर ₹5,000 किया जाएगा। इसके साथ ही, दलों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ऋण सुविधा उपलब्ध कराने और प्रशिक्षण देने के लिए एक नई नीति तैयार की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य स्तर पर एक डिजिटल पोर्टल तैयार किया जाएगा, जिससे सभी मंगल दल आपस में जुड़ सकेंगे और एक-दूसरे के अनुभवों व पहलों से सीख सकेंगे।

सांस्कृतिक संरक्षण और आपदा प्रबंधन में अहम भूमिका
मुख्यमंत्री ने युवक और महिला मंगल दलों द्वारा समाज में निभाई जा रही भूमिका की सराहना करते हुए कहा,
“आप सभी उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं के संवाहक हैं। आपदाओं के समय ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ के रूप में आपकी भूमिका प्रशंसनीय है।”
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार मंगल दलों को सशक्त बनाने के लिए स्वरोजगार हेतु ₹50,000 से ₹3.5 लाख तक की आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही है।

पलायन रोकथाम और कौशल विकास को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने पलायन रोकथाम योजना के अंतर्गत ₹10 करोड़ की व्यवस्था और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत ₹21 करोड़ से अधिक का प्रावधान किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवाओं को तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
साथ ही, लोक संस्कृति के संवर्धन हेतु सरकार लगातार प्रयासरत है और स्थानीय मेलों-पर्वों के आयोजन में आर्थिक सहयोग भी दिया जा रहा है।