अल्मोड़ा में 1500 मेगावाट के दो पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट की शुरुआत करने के लिए कंपनी के साथ मिलकर ₹ 15,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना को अगले पांच से छह वर्षों में पूरा किया जाएगा, जिससे एक हजार लोगों को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। इस निवेश समझौते के अंतर्गत प्रदेश सरकार और जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी ने एमओयू किया है। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसरों का विकास होगा।
साथ ही, लंदन, बर्मिंघम, और नई दिल्ली में हुए एक रोड शो में अब तक 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश के करार पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सीएम धामी ने इसे वैश्विक निवेशक सम्मेलन की सफलता के रूप में प्रमोट किया है और इससे उत्तराखंड में पंप स्टोरेज प्लांट, सीमेंट उद्योग, प्रशिक्षण केंद्र, पेयजल, कुमाऊं के प्राचीन मंदिरों के सौंदर्यीकरण, और सांस्कृतिक विकास के लिए सहयोग मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार का प्रमुख चिंता विद्वेषों के राज्य से बाहर चले जाने का मुद्दा है। यह पलायन सिर्फ तब रुकेगा जब राज्य में नवाचारिक निवेश और उद्योग विकसित होंगे। इस अवसर पर, विभिन्न सचिवों और सरकारी अधिकारियों, जैसे कि डॉ. मीनाक्षी सुंदरम, विनय शंकर पांडेय, सचिन कुर्वे, और ज्ञान बद्र कुमार जैसे उद्योग क्षेत्र के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया गया है, और इसके परिणामस्वरूप विकास की दिशा में कदम बढ़ाने का संकल्प लिया गया है।
अल्मोड़ा में निवेश करेगी जेएसडब्ल्यू एनर्जी
एमओयू के तहत जेएस डब्ल्यू एनर्जी 1500 मेगावाट क्षमता के अल्मोड़ा में दो पंप स्टोरेज परियोजनाएं स्थापित करने में 15,000 करोड़ का निवेश करेगी, जिसे अगले पांच से छह वर्षों में विकसित किया जाएगा। अल्मोड़ा के जोसकोटे गांव में साइट-एक में यह योजना निचला बांध-जलाशय कोसी नदी से आठ से 10 किमी की दूरी पर प्रस्तावित है। इसके अलावा अल्मोड़ा के कुरचौन गांव में साइट-दो में यह ऊपरी जलाशय कोसी नदी से 16 किमी की दूरी पर प्रस्तावित है। इस योजना से एक बड़ी आबादी को पेयजल की आपूर्ति व कृषि के लिए सिंचाई की सुविधा मिलेगी। साथ ही 1000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।