देहरादून में सड़कों पर उत्खनन के कारण बने गड्ढे पहले तो मॉनसून के दिनों में हादसों का कारण बन जाते थे, अब इन गड्ढों में जमा पानी डेंगू के मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बन गया है। देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत विकसित सड़कों के किनारे उत्खनन के कारण इन गड्ढों का निर्माण हुआ है, जहाँ बारिश का पानी स्थायी रूप से जमा होता है और डेंगू के मच्छर उसमें पनपते हैं। ऐसी स्थितियों की जानकारी मिलने पर देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने स्वीकृति ली और वे खुद इन गड्ढों का निरीक्षण करने पहुंचे, ताकि उन्हें असल स्थिति का पता चल सके।
देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू ने चिंता का कारण बन दिया है। देहरादून में विशेष रूप से, लोग डेंगू के मच्छरों से परेशान हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के चलते हुए निर्माण कार्यों के कारण शहर में अनेक गड्ढे देखने को मिल रहे हैं, जिसमें बारिश का पानी जम जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, डेंगू के मच्छर इन गड्ढों में विकसित हो रहे हैं।
सड़कों पर इस समस्या की शिकायतों के बाद, मेयर सुनील उनियाल गामा ने आज खुद शहर की सड़कों का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कई गड्ढे अधूरे छोड़ दिए गए हैं, जहां पानी जमा हो रहा है और मच्छर विकसित हो रहे हैं। उन्होंने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को इस अव्यवस्था के लिए समझाया और उन्हें फटकार दी। उन्होंने गड्ढों में डेंगू रोकने वाले औषधीय स्प्रे का भी उपयोग किया।
बातचीत करते हुए देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर पहले भी वो नाराजगी जता चुके हैं, लेकिन स्मार्ट सिटी की कार्यदायी संस्था लापरवाही बरतती जा रही है. इससे पहले भी वो सीएम धामी से शिकायत कर कई ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करवा चुके हैं. ताकि, काम सही तरीके से हो. आज फिर उन्होंने चकराता रोड पर निर्माणाधीन स्मार्ट सिटी के कार्यों का जायजा लिया है. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई.
मेयर गामा ने कहा कि इन गड्ढों में डेंगू का लार्वा न पनपे, इसके लिए दवाई का छिड़काव किया रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने को कहा गया है. आज से पूरे शहर के सभी वार्डों में डेंगू सैनिटाइजेशन का छिड़काव शुरू कर दिया गया है. इस दौरान अगर कहीं पर लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.
कोटद्वार में डेंगू को लेकर चढ़ा कांग्रेसियों का पाराः कोटद्वार में बढ़ते डेंगू के मामलों को लेकर कांग्रेस में भारी आक्रोश है. पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत का कहना है कि आज पूरे प्रदेश में डेंगू अपने पैर पसार चुका है. इसके लिए पूरी तरह प्रदेश सरकार जिम्मेदार है. प्रदेश की सभी सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. जिस कारण गड्ढों में जलभराव होने के कारण डेंगू का ग्राफ बढ़ता जा रहा है.
उनका आरोप है कि कोटद्वार आपदा के बाद से क्षेत्र में गंदगी पसरी हुई है. सफाई की कोई व्यवस्था नहीं हुई है. जिस वजह से डेंगू मच्छर के लार्वा पनप रहा है. नालियों की सफाई व्यवस्था नहीं हो रही है. सरकार कोटद्वार में अतिक्रमण हटाने में नाकाम साबित हो रही है. सामान्य अतिक्रमण हटाने पर सड़क के दोनों ओर फुटपाथ का निर्माण नहीं किया जा रहा है.